नोटबंदी के बाद बड़ी रकम जमा करने वालों की जांच का दूसरा चरण शुरू होने वाला है। एक से अधिक पैन बैंक खाते वाले लोग निशाने पर होंगे। लोगों ने अलग-अलग पैन कार्ड से या अलग-अलग खातों में पैसे जमा कराए थे। अब डेटा विश्लेषण के जरिये ऐसे लोग ढूंढे जाएंगे। इसके लिए 10 दिन में दो कंपनियां हायर कर ली जाएंगी। तब तक बैंक भी सरकार को फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन स्टेटमेंट दे देंगे। जांच अगले माह से शुरू होगी।
आयकर विभाग ने कहा कि 5 लाख रु. से कम जमा वाले खाते जांच से बाहर रहेंगे।- जांच में क्या देखा जाएगा बैंक खाते या पैन: दोनों ही। ऐसे खाते ढूंढे जाएंगे, जो एक ही व्यक्ति के हैं। एक से अधिक पैन भी अवैध है। ऐसे लोगों की जानकारी जुटाएगी सरकार।
- मैंने 3 खातों में पैसे जमा कराए, क्या होगा: जमा ज्यादा है तो जरूर होगी। खातों में एक ही पैन है तो दिक्कत नहीं। स्रोत बताना होगा।
- खाते, पैन एक ही व्यक्ति के, कैसे पता चलेगा: डेटा विश्लेषण से। नाम, पता, पैन, टेलीफोन नंबर या ईमेल जैसी कड़ियां जोड़ी जाएंगी।
- डेटा विश्लेषण कंपनियां क्या करेंगी: आयकर विभाग के आंकड़ों और बैंकों की रिपोर्ट का मिलान करेंगी। जमा रकम को रिटर्न और पुरानी जमा से मैच किया जाएगा।
- पुराने रिटर्नकी भी जांच हो सकती है: हां,पिछले कई रिटर्न खंगाले जा सकते हैं।
- क्या टैक्सऑफिस के चक्कर लगाने पड़ेंगे: बड़ी संख्या में लोग आयकर विभाग के पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं हैं। इसलिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए पत्र भेजे जाएंगे।
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